महाद्वीपीय प्रवाह का सिद्धांत । Continental Drift Theory UPSC - Alfred Wegener

Continental Drift Theory UPSC – Alfred Wegener by Learners Inside

आज हम महाद्वीपीय प्रवाह का सिद्धांत (Continental Drift Theory for UPSC) के बारे मे चर्चा करेंगे।

महाद्वीपीय प्रवाह सिद्धांत (Continental Drift Theory) को समझने से पहले हमें उस व्यक्ति के बारे में जानना जरूरी है, जिसने महाद्वीपीय प्रवाह का सिद्धांत (Continental Drift Theory) को प्रस्ताव दिया। उन्होंने यह विचार रखा कि जो महाद्वीप हैं, वह गतिमान है यानी कि इनमें लगातार गति होती रहती है।

अल्फ्रेड वैगनल (Alfred Wegener) कौन है?

  • उस व्यक्ति का नाम है अल्फ्रेड वैगनल (Alfred Wegener)
  • इनका जन्म जर्मनी (Germany) में हुआ था।
  • इनका जीवन काल 1880 से 1930 तक रहा।
  • Alfred Wegener जर्मनी के ध्रुवीय शोधकर्ता (Polar Researcher), भूभौतिकीविद् (Geophysicist), और मौसम विज्ञानी (Meteorologist) थे।
  • इन्होंने महाद्वीपीय प्रवाह सिद्धांत (Continental Drift Theory) 1912 में दिया था।

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महाद्वीपीय प्रवाह का सिद्धांत (Continental Drift Theory) क्या है?

उन्होंने कहा कि आज जो विश्व में हम महाद्वीप (Continents) देखते हैं वह पहले आपस में जुड़े हुए थे, जिसे पैंजिया (Pangea) कहा जाता है।महाद्वीपीय प्रवाह का सिद्धांत । Continental Drift Theory in Hindi by HimanshuAgrawal24

पैंजिया (Pangea) एक जर्मन शब्द (German Word) है। जिसका अर्थ संपूर्ण पृथ्वी होता है। और इसके इलावा जो विशाल महासागर (Huge Ocean) हुआ करता था, वह पंथालसिक महासागर (Panthalassic Ocean) के नाम से जाना जाता है।

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महाद्वीप के बनने की प्रक्रिया लगभग 20 करोड़ साल पहले से शुरू हो गई थीं। यानी कि 20 करोड़ वर्ष पूर्व पहली बार पैंजिया (Pangea) का दो भागों में विभाजन हुआ। जिसे अंगारा लैंड (Laurasia) और गोंडवाना लैंड (Gondwanaland) के नाम से जाना जाता है। और फिर इन दोनों जमीनों के बीच की जगह में जब जल का भरा हुआ तो उसे टेथिस सागर (Tethys Sea/Ocean) कहा के नाम से जाना जाता है।

और समय के साथ साथ गुरुत्वाकर्षण शक्ति (Gravitational force), समुद्री धाराओं (Ocean Currents) का प्रभाव तथा अन्य शक्तियों के माध्यम से अंगारा लैंड (Laurasia) और गोंडवाना लैंड (Gondwana Land) जमीन के टुकड़ों का विभाजन होने लगा। जो कि आज हम विश्व के महाद्वीपों (Continents) तथा द्वीपों (Islands) के रूप में देखते हैं।

हमें उम्मीद है कि आपको यह छोटा सा लेकिन महत्वपूर्ण टॉपिक (Continental Drift Theory UPSC) अच्छे से समझ में आया होगा। हमने इसे ज्यादा विस्तृत रूप नहीं दिया है ताकि इस की मूलभूत बातें आपको समझ में आ सके।

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अगली पोस्ट हमारी प्लेट विवर्तनिक सिद्धांत (Plate Tectonic Theory for UPSC) के बारे में होगी। प्लेट विवर्तनिक सिद्धांत भी इसी टॉपिक से संबंधित है।

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Comments

6 responses to “Continental Drift Theory UPSC – Alfred Wegener by Learners Inside”

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    1. Learners Inside Avatar

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      Thank You
      Learners Inside

  5. Aarti Avatar
    Aarti

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